जानिए किसान भाई श्रीअन्न और उनके लाभ के बारे में |

जानिए किसान भाई श्रीअन्न और उनके लाभ के बारे में |

दुनियाभर में भारत, मिलेट्स का उत्पदान सर्वाधिक होता है | भारत ने वर्ष 2019 को मिलेट्स ईयर के तौर पर मनाया गया, वहीं 2023 को भारत ने अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष के तौर पर मनाने के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ को प्रस्ताव दिया था । इसलिए वर्ष 2023 को अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष घोषित किया गया है |

श्री अन्न एक प्रकार का मोटा अनाज होता है, इसे सुपर फूड, ‘न्यूट्री-अनाज’ अथवा श्रीअन्न के नाम से भी जाना जाता है। इसके अंतर्गत मोटे अनाज जैसे ज्वार बाजरा, रागी, मडुआ, जौ, कोदो, सांवा, कुटकी, कांगनी और चीना को शामिल किया जाता है। ये श्रीअन्न कम लागत वाली व कम उपजाऊ मृदा पर भी उग सकते हैं। ये कई फसल रोगों और कीटों के लिए प्रतिरोधी या सहिष्णु हैं और प्रतिकूल जलवायु परिस्थितियों में जीवित रह सकते हैं।  भारत सरकार की तरफ से देश में श्रीअन्न के लिए 3 उत्कृष्टता केन्द्र स्थापित  किए गए हैं। इसके तहत ज्वार, बाजरा, छोटी  श्रेणी के मोटे अनाजों के उत्कृष्टता केन्द्र स्थापित किए गए हैं।

विभिन्न  प्रकार के श्रीअन्न –

बाजरा –  बाजरा एक ऐसी फसल है, जिसे सूखा प्रभावित क्षेत्रों या उच्च तापमान वाले क्षेत्रों में भी आसानी से उगाया जा सकता है। भारत बाजरा की फसल में बाजरा की खेती राजस्थान, उत्तर प्रदेश, पंजाब  आंध्र प्रदेश, और महाराष्ट्र आदि राज्यों में होती है। इसका प्रयोग हमारे यहां परंपरागत रूप से कर रहे हैं । सर्दियों में गांवों में बाजरा से बनी रोटी, लड्डू, खिचड़ी व टिक्की को सबसे ज्यादा खाना पसंद किया जाता है।

ज्वार – इसकी कई प्रजातियों की खेती की जाती है। इनमें से अधिकतर पशु के चारे के लिए काम में लिया जाता है । ज्वार की एक प्रजाति खाई जाती है। यह डायबिटीज को कम काम करता है और वजन भी कम करता है  । यह पोषक तत्वों से भरपूर होता है और फाइबर होने के कारण इसके सेवन से कई प्रकार के स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं। यह ग्लूटेन मुक्त और आसानी से उपलब्ध हो जाने वाला अन्न है।

रागी – इसको मडुआ और नाचनी नाम से भी जाना जाता है। यह 6 से 8 घंटे भिगोने के बाद शिशु के लिए संतुलित आहार है। यह सुपाच्य होता है। कई खनिजों और फाइबर से भरपूर रागी  डायबिटीज  को कम काम करता है

चेना – यह फाइबर से भरपूर ग्लूटेन मुक्त अनाज है। इसमें विटामिन बी मैग्नीशियम जिंक, आयरन, फॉस्फोरस जैसे मिनरल्स तथा अमीनो अम्ल मौजूद होते हैं। इसके सेवन से खून की कमी नहीं होती है।

कोदो – कोदो के बीज औषधीय गुणों से भरपूर होते है यह कफ और पित्त दोष को शांत करता है। कोदो मिलेट को रक्त शोधक कहा जाता है। यह डायबिटीज, हृदय संबंधी रोगों, कैंसर और पेट संबंधी समस्याओं से छुटकारा दिलाने में मदद करता है। इसे लीवर व किडनी के लिए अच्छा अनाज बताया जाता है।

श्री अन्न के फायदे –

मधुमेह विरोधी गुण – श्रीअन्न खाने से रक्त ग्लूकोज प्रतिक्रिया कम होती है और ग्लाइकोसिलेटेड हीमोग्लोबिन ग्लाइसेमिक इंडेक्स प्रदान करके ये मधुमेह  को कम करने में मदद करते हैं।

ऑक्सीडेटिव तनाव में कमी –  श्रीअन्न के दानों में मौजूद फेनोलिक यौगिक मुक्त कणों को दूर करते हैं, जो ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करते हैं।

कैंसररोधी गुण – श्री अन्न के अर्क का कैंसर सेल लाइन पर एंटी-प्रोलिफिक प्रभाव होता है। ये डीएनए क्षति को रोकते हैं और चरण-2 डिटॉक्सिफाइंग एंजाइम के उत्पादन को प्रेरित करते हैं।

एंटी-हाइपरटेंसिव – मिलेट कम घनत्व वाले लिपोप्रोटीन के ऑक्सीकरण को रोकते हैं। इनसे लाइपेस गतिविधि कम हो जाती है, जिससे उच्च रक्तचाप की घटना कम होती है।

Related posts

जानिए किस महीने में कौनसी सब्जी कैसे उगाये |

जनवरी – बैंगन, मिर्च, तरबूज, गाजर भिंडी, करेला | फरवरी – पत्तागोभी, बैगन मिर्च, टमाटर मूली, लौकी कद्दू, करेला, खीरा, खरबुजा, ककड़ी | मार्च – मिर्च, लौकी, कद्दू, करेला, खरबुजा, मूली, प्याज, शलजम | अप्रैल – मूली अदरक टमाटर, मिंडी ककड़ी, खीरा | मई – बैगन चौलाई ककड़ी, लौकी...

Read More

जानिए किसान भाई प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के बारे में |

भारत एक कृषि प्रधान देश है और भारत की अधिकतर आबादी गांवों में रहती है और आजीविका के लिए मुख्य रूप से खेती एवं इससे संबंधित व्यवसायों पर निर्भर है। प्रायः सीमित संसाधनों से खेती-बाड़ी करने वाले किसानों को विभिन्न प्रकार के कारणों से फसल हानि की स्थिति का...

Read More

जानिए किसान भाई फसल बुवाई से पूर्व भूमि की तैयारी कैसे करे ?

1. खेत साफ़ करें – बीमारियों और कीटों को फैलने से रोकने के लिए पिछले सीज़न के बचे हुए फसल अवशेषों को हटा दें । सभी प्रकार के मौजूदा खरपतवारों को भी साफ करें । 2. जुताई – मिट्टी पलटने के लिए हल का प्रयोग करें । यह सघन...

Read More

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *